अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
उसकी खूबसूरती , अजब कमाल थी
एक खिलता हुआ , कोई गुलाब थी |
मर मिटने का यह , अजब बहाना था
इश्क के आईने में , अब डूब जाना था ||
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम “
अंदाज़े बयाँ
उसकी खूबसूरती , अजब कमाल थी
एक खिलता हुआ , कोई गुलाब थी |
मर मिटने का यह , अजब बहाना था
इश्क के आईने में , अब डूब जाना था ||
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम “