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28 Feb 2024 · 1 min read

अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्

अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्तित्व बिल्कुल मर गया है उनको भौतिकवादी सुख ने इस प्रकार अपनी तरफ खींचा कि वे अधिक धन की चाहत में अपना मान सम्मान भी बेच चुके है।
Rj Anand Prajapati

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