अंग अंग में उमंग ( होली — घनाक्ष् री )
***होली विशेष ***
अंग अंग में उमंग, जागी मन में तरंग।
तन भीगा तेरे संग, आज खुशी आई है।
आई भाई होली आई टोली सबने बनाई।
गोली भांग की मिलाई,मदहोशी छाई है।।
पिचकारी भर लीनी,चुनरिया रंग दीनी।
झूम रहे नांच रहे,रंगोली सजाई है।।
लाल पीले काले नीले,दिखे रंग तो छबीले।
मिले मिले आज सब,कटुता भुलाई है।।
राजेश व्यास अनुनय