किस मोड़ पे मिलेंगे बिछड़कर हम दोनों हमसफ़र,
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
पवित्रता की प्रतिमूर्ति : सैनिक शिवराज बहादुर सक्सेना*
बिगड़ी किश्मत बन गयी मेरी,
मोहब्बत अधूरी होती है मगर ज़रूरी होती है
क्यूँ ये मन फाग के राग में हो जाता है मगन
भले नफ़रत हो पर हम प्यार का मौसम समझते हैं.
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ।
कई दिन, कई महीने, कई साल गुजर जाते हैं।
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
Bundeli Doha by Rajeev Namdeo Rana lidhorI
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
The Journey of this heartbeat.
कुछ लोग मुझे इतना जानते है की मैं भी हैरान हूँ ।
" चुस्की चाय की संग बारिश की फुहार