होगी तुमको बहुत मुश्किल
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होगी तुमको बहुत मुश्किल, अपनी जिंदगी को जीने में।
होगी तुमको नहीं नसीब, खुशी कल को हंसने में।।
होगी तुमको बहुत मुश्किल——————।।
बसा ले अपना घर कहीं भी,मेरा साया होगा वहाँ भी।
होगी तुमको बहुत उलझन, किसी के साथ रहने में।।
होगी तुमको बहुत मुश्किल——————-।।
होता नहीं तेरा दीवाना, आती नहीं गर मेरी बाँहों में।
होगी तुमको बहुत तकलीफ, किसी का दिल सजाने में।।
होगी तुमको बहुत मुश्किल—————–।।
मुझपे इल्जाम लगाया क्यों, वफ़ा मैंने निभाई थी।
होगी तुमको बहुत दिक्कत, किसी के जुल्म सहने में।।
होगी तुमको बहुत मुश्किल——————।।
मौजूद है अब भी वह निशान, बहा था मेरा जो लहू।
होगी तुमको परेशानी, किसी से दर्द अपना कहने में।।
होगी तुमको बहुत मुश्किल——————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला-बारां(राजस्थान)