“सुबह की किरणें “
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“सुबह की किरणें ”
सुबह की किरणें कहती है,
चालो कुछ नया करें।
तन मन में उमंग भरें,
निराशा का नाम न हो।
मन में भरपूर विश्वास हो,
जीवन में सबका साथ हो।
पल पल खुशियों का माहौल हो,
हाथ में चाय की प्याली हो ।
अखबार सबसे निराली हो,
सुनने वाली कोई अपनी हो
सुबह की ……….।
…..✍️ योगेन्द्र चतुर्वेदी