Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Sep 2022 · 1 min read

*सत्य राम का नाम है (गीत)*

*सत्य राम का नाम है (गीत)*

जगत समूचा झूठा जानो, सत्य राम का नाम है
(1)
नश्वर मिली हमें ईश्वर से, क्षणभंगुर यह काया
यह संसार दीखता जितना, है सब केवल माया
खोजो तन में छुपा हुआ वह, अविनाशी जो राम है
(2)
जिसको मिलते राम भाग्य उस, दुर्लभ-जन के खुलते
संभव यह केवल तब ही जब, महापाप सब धुलते
जन्म-मरण से मुक्ति समेटे, मुश्किल हर आयाम है
(3)
मरा-मरा जपने से चाहे, शुरू साधना होती
चढ़ता साधक शिखर-शीर्ष पर, सुध-बुध जब सब खोती
राम-नाम की लगी लगन को, सौ-सौ बार प्रणाम है
जगत समूचा झूठा जानो, सत्य राम का नाम है
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

60 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from Ravi Prakash

You may also like:
बे-ख़ुद
बे-ख़ुद
Shyam Sundar Subramanian
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
Ravi Ghayal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Fuzail Sardhanvi
तिरंगे के तीन रंग , हैं हमारी शान
तिरंगे के तीन रंग , हैं हमारी शान
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बनावटी दुनिया मोबाईल की
बनावटी दुनिया मोबाईल की"
Dr Meenu Poonia
💐प्रेम कौतुक-425💐
💐प्रेम कौतुक-425💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वही पर्याप्त है
वही पर्याप्त है
Satish Srijan
*वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से)
*वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से)
Dushyant Kumar
मैथिली
मैथिली
Acharya Rama Nand Mandal
चलो कुछ दूर तलक चलते हैं
चलो कुछ दूर तलक चलते हैं
Bodhisatva kastooriya
तनहाई की शाम
तनहाई की शाम
Shekhar Chandra Mitra
जीवन की सांझ
जीवन की सांझ
Dr. Girish Chandra Agarwal
अफसोस
अफसोस
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
/// जीवन ///
/// जीवन ///
जगदीश लववंशी
वक्त कब लगता है
वक्त कब लगता है
Surinder blackpen
भुला भुला कर के भी नहीं भूल पाओगे,
भुला भुला कर के भी नहीं भूल पाओगे,
Buddha Prakash
Fastest technology since ages that is human mind .stop using
Fastest technology since ages that is human mind .stop using
Nupur Pathak
अपना भी नहीं बनाया उसने और
अपना भी नहीं बनाया उसने और
कवि दीपक बवेजा
■ कन्फेशन
■ कन्फेशन
*Author प्रणय प्रभात*
कमबख्त ये दिल जिसे अपना समझा,वो बेवफा निकला।
कमबख्त ये दिल जिसे अपना समझा,वो बेवफा निकला।
Sandeep Mishra
Tumhari khubsurat akho ne ham par kya asar kiya,
Tumhari khubsurat akho ne ham par kya asar kiya,
Sakshi Tripathi
ना नींद है,ना चैन है,
ना नींद है,ना चैन है,
लक्ष्मी सिंह
चल रे घोड़े चल
चल रे घोड़े चल
Dr. Kishan tandon kranti
मित्र
मित्र
DrLakshman Jha Parimal
मेरी ख़्वाहिश वफ़ा सुन ले,
मेरी ख़्वाहिश वफ़ा सुन ले,
अनिल अहिरवार"अबीर"
मुझे धरा पर न आने देना
मुझे धरा पर न आने देना
Gouri tiwari
हथेली पर समय-रेखा, लिखा कर लोग आते हैं (मुक्तक)
हथेली पर समय-रेखा, लिखा कर लोग आते हैं (मुक्तक)
Ravi Prakash
जूते और लोग..,
जूते और लोग..,
Vishal babu (vishu)
अर्थपुराण
अर्थपुराण
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Magical world ☆☆☆
Magical world ☆☆☆
ASHISH KUMAR SINGH
Loading...