श्रीजन के वास्ते आई है धरती पर वो नारी है।
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श्रीजन के वास्ते आई है धरती पर वो नारी है।
न है लाचार अबला न ही वो निर्बल बिचारी है।।
अगर बन जाए रणचंडी तो जीवन में प्रलय ला दे।
अगर माँ बन गई तो मनुज क्या ईश्वर पर भारी है।
“कश्यप “