Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2023 · 1 min read

#शेर

#शेर
■ सत्यमेव जयते
सत्यम शिवम सुंदरम।

1 Like · 123 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गांव और वसंत
गांव और वसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
क्या बुरा है जिन्दगी में,चल तो रही हैं ।
क्या बुरा है जिन्दगी में,चल तो रही हैं ।
Ashwini sharma
इजहार करने के वो नए नए पैंतरे अपनाता है,
इजहार करने के वो नए नए पैंतरे अपनाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जीवन मर्म
जीवन मर्म
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"अकेडमी वाला इश्क़"
Lohit Tamta
प्रभु श्री राम आयेंगे
प्रभु श्री राम आयेंगे
Santosh kumar Miri
ग़ज़ल -संदीप ठाकुर- कमी रही बरसों
ग़ज़ल -संदीप ठाकुर- कमी रही बरसों
Sandeep Thakur
मैं सोच रही थी...!!
मैं सोच रही थी...!!
Rachana
3646.💐 *पूर्णिका* 💐
3646.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जीवन पथ
जीवन पथ
Dr. Rajeev Jain
माँ का प्यार है अनमोल
माँ का प्यार है अनमोल
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
किसी की लाचारी पर,
किसी की लाचारी पर,
Dr. Man Mohan Krishna
आप या तुम
आप या तुम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यहां  ला  के हम भी , मिलाए गए हैं ,
यहां ला के हम भी , मिलाए गए हैं ,
Neelofar Khan
तू बेखबर इतना भी ना हो
तू बेखबर इतना भी ना हो
gurudeenverma198
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
Aarti sirsat
स्वयं से सवाल
स्वयं से सवाल
Rajesh
जागो बहन जगा दे देश 🙏
जागो बहन जगा दे देश 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आया सावन झूम के, झूमें तरुवर - पात।
आया सावन झूम के, झूमें तरुवर - पात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"ज्वाला
भरत कुमार सोलंकी
"परिवर्तन"
Dr. Kishan tandon kranti
यादों के संसार की,
यादों के संसार की,
sushil sarna
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
हमें पता है कि तुम बुलाओगे नहीं
VINOD CHAUHAN
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
हम तुम्हारे हुए
हम तुम्हारे हुए
नेताम आर सी
ख्वाब हो गए हैं वो दिन
ख्वाब हो गए हैं वो दिन
shabina. Naaz
हिन्दी ग़ज़लः सवाल सार्थकता का? +रमेशराज
हिन्दी ग़ज़लः सवाल सार्थकता का? +रमेशराज
कवि रमेशराज
World Book Day
World Book Day
Tushar Jagawat
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
अंधभक्तों से थोड़ा बहुत तो सहानुभूति रखिए!
अंधभक्तों से थोड़ा बहुत तो सहानुभूति रखिए!
शेखर सिंह
Loading...