शुभ प्रभात मित्रो !
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शुभ प्रभात मित्रो !
हम सदैव प्रभु से कामना या याचना करते रहते हैं । कभी उनको निस्वार्थ भाव से स्मरण करके भी देखें, कैसे आनंद की अनुभूति होती है ।
जय श्री राधेकृष्ण !
शुभ प्रभात मित्रो !
हम सदैव प्रभु से कामना या याचना करते रहते हैं । कभी उनको निस्वार्थ भाव से स्मरण करके भी देखें, कैसे आनंद की अनुभूति होती है ।
जय श्री राधेकृष्ण !