Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2022 · 1 min read

शिल्प कुशल रांगेय

थे राघव जी बहुमुखी, अनुपम रचनाकार
गद्य-पद्य में आपका, कालजयी संसार

थे उपन्यासकार या, श्रेष्ठ कहानीकार
शिल्प कुशल रांगेय थे, हिन्दी को उपहार

नाटक ओ आलोचना, थे समस्त हथियार
राघव जी हर क्षेत्र को, देते थे विस्तार

वेत्ता थे इतिहास के, पढ़ना है सौभाग्य
कलम चली हर रूप में, रिपोर्ताज ओ काव्य

•••

______________
रांगेय राघव जी की मूर्ति, कुशल शिल्पकार डॉ प्रणय जी ने बनाई है।

Language: Hindi
Tag: दोहा
1 Like · 92 Views

Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali

You may also like:
दिव्यांग भविष्य की नींव
दिव्यांग भविष्य की नींव
Rashmi Sanjay
पंचैती
पंचैती
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बरवै छंद
बरवै छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Love is beyond all the limits .
Love is beyond all the limits .
Sakshi Tripathi
💐अज्ञात के प्रति-110💐
💐अज्ञात के प्रति-110💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Wishing power and expectation
Wishing power and expectation
Ankita Patel
"तस्वीर"
Dr. Kishan tandon kranti
*उजड़ जाता है वह उपवन जहॉं माली नहीं होता (मुक्तक)*
*उजड़ जाता है वह उपवन जहॉं माली नहीं होता (मुक्तक)*
Ravi Prakash
आत्मसम्मान
आत्मसम्मान
Versha Varshney
तुम इतना सिला देना।
तुम इतना सिला देना।
Taj Mohammad
DR. ARUN KUMAR SHASTRI
DR. ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💞 रंगोत्सव की शुभकामनाएं 💞
💞 रंगोत्सव की शुभकामनाएं 💞
Dr Manju Saini
जज़्बों में अपने शामिल
जज़्बों में अपने शामिल
Dr fauzia Naseem shad
आत्महीनता एक अभिशाप
आत्महीनता एक अभिशाप
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
शायर अपनी महबूबा से
शायर अपनी महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
रंग भरी एकादशी
रंग भरी एकादशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आँखे मूंदकर
आँखे मूंदकर
'अशांत' शेखर
#गौरवमयी_प्रसंग
#गौरवमयी_प्रसंग
*Author प्रणय प्रभात*
आ तुझको तुझ से चुरा लू
आ तुझको तुझ से चुरा लू
Ram Krishan Rastogi
सर्द चांदनी रात
सर्द चांदनी रात
Shriyansh Gupta
आईने झूठ तो बोलेंगे नहीं
आईने झूठ तो बोलेंगे नहीं
Ranjana Verma
भूले बिसरे दिन
भूले बिसरे दिन
Pratibha Kumari
तेरे होने में क्या??
तेरे होने में क्या??
Manoj Kumar
मैं जान लेना चाहता हूँ
मैं जान लेना चाहता हूँ
Ajeet Malviya Lalit
कई सूर्य अस्त हो जाते हैं
कई सूर्य अस्त हो जाते हैं
कवि दीपक बवेजा
★जब वो रूठ कर हमसे कतराने लगे★
★जब वो रूठ कर हमसे कतराने लगे★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
हम भूल गए सच में, संस्कृति को
हम भूल गए सच में, संस्कृति को
gurudeenverma198
दानी
दानी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भूखे पेट न सोए कोई ।
भूखे पेट न सोए कोई ।
Buddha Prakash
राम दीन की शादी
राम दीन की शादी
Satish Srijan
Loading...