Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2023 · 1 min read

रूख हवाओं का

रूख़ हवाओं का कहां
फिर उसने मोड़ा है ।
आज को कल, कल को
परसों पे जिसने छोड़ा है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
8 Likes · 98 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
आँखों   पर   ऐनक   चढ़ा   है, और  बुद्धि  कुंद  है।
आँखों पर ऐनक चढ़ा है, और बुद्धि कुंद है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
क्या मुगलों ने लूट लिया था भारत ?
क्या मुगलों ने लूट लिया था भारत ?
Shakil Alam
बादल का रौद्र रूप
बादल का रौद्र रूप
ओनिका सेतिया 'अनु '
हमनें नज़रें अदब से झुका ली।
हमनें नज़रें अदब से झुका ली।
Taj Mohammad
*अग्रसेन को पूजिए ( कुंडलिया )*
*अग्रसेन को पूजिए ( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
जयंत (कौआ) के कथा।
जयंत (कौआ) के कथा।
Acharya Rama Nand Mandal
वो मां थी जो आशीष देती रही।
वो मां थी जो आशीष देती रही।
सत्य कुमार प्रेमी
'व्यथित मानवता'
'व्यथित मानवता'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
स्वर्ग नरक का फेर
स्वर्ग नरक का फेर
Dr Meenu Poonia
■ नज़्म / धड़कते दिलों के नाम...!
■ नज़्म / धड़कते दिलों के नाम...!
*Author प्रणय प्रभात*
पता नहीं
पता नहीं
shabina. Naaz
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
तेरा यह आईना
तेरा यह आईना
gurudeenverma198
कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का,
कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का,
कवि दीपक बवेजा
मकर संक्रांति पर्व
मकर संक्रांति पर्व
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
चूहा और बिल्ली
चूहा और बिल्ली
Kanchan Khanna
काले काले बादल आयें
काले काले बादल आयें
Chunnu Lal Gupta
सलीन पर लटके मानवता के मसीहा जीसस के स्वागत में अभिव्यक्ति 
सलीन पर लटके मानवता के मसीहा जीसस के स्वागत में अभिव्यक्ति 
Dr. Girish Chandra Agarwal
ग़ुमनाम जिंदगी
ग़ुमनाम जिंदगी
Awadhesh Kumar Singh
बाल हैं सौंदर्य मनुज का, सबके मन को भाते हैं।
बाल हैं सौंदर्य मनुज का, सबके मन को भाते हैं।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मोहि मन भावै, स्नेह की बोली,
मोहि मन भावै, स्नेह की बोली,
राकेश चौरसिया
राजनीति का सर्कस
राजनीति का सर्कस
Shyam Sundar Subramanian
अपनी अना का
अपनी अना का
Dr fauzia Naseem shad
कोयल कूके
कोयल कूके
Vindhya Prakash Mishra
गंदा है क्योंकि अब धंधा है
गंदा है क्योंकि अब धंधा है
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तुम हो
तुम हो
Alok Saxena
बहुजन दीवाली
बहुजन दीवाली
Shekhar Chandra Mitra
जरूरी है
जरूरी है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मैं जानती हूँ तिरा दर खुला है मेरे लिए ।
मैं जानती हूँ तिरा दर खुला है मेरे लिए ।
Neelam Sharma
🌺🌺प्रेम की राह पर-41🌺🌺
🌺🌺प्रेम की राह पर-41🌺🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...