Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2023 · 1 min read

यदि कोई अपनी इच्छाओं और आवश्यकताओं से मुक्त हो तो वह मोक्ष औ

यदि कोई अपनी इच्छाओं और आवश्यकताओं से मुक्त हो तो वह मोक्ष और शांति प्राप्त कर सकता है….✍️💯🧑‍🎓

9 Views
You may also like:
माँ के सपने
माँ के सपने
Rajdeep Singh Inda
घिन लागे उल्टी करे, ठीक न होवे पित्त
घिन लागे उल्टी करे, ठीक न होवे पित्त
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सुशांत देश (पंचचामर छंद)
सुशांत देश (पंचचामर छंद)
Rambali Mishra
मात पिता के श्री चरणों में, ईश्वर शीश नवाएं
मात पिता के श्री चरणों में, ईश्वर शीश नवाएं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अवसर त मिलनक ,सम्भव नहिं भ सकत !
अवसर त मिलनक ,सम्भव नहिं भ सकत !
DrLakshman Jha Parimal
ग़ज़ल- मेरे दिल की चाहतों ने
ग़ज़ल- मेरे दिल की चाहतों ने
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
subhash Rahat Barelvi
"गर्वित नारी"
Dr Meenu Poonia
करवा चौथ (लघुकथा)
करवा चौथ (लघुकथा)
Ravi Prakash
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
Shyam Sundar Subramanian
✍️मैले है किरदार
✍️मैले है किरदार
'अशांत' शेखर
सोती रातों में ख़्वाब देखा अब इन आँखों को जागना है,
सोती रातों में ख़्वाब देखा अब इन आँखों को जागना...
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
जिधर भी देखिए उधर ही सूल सूल हो गये
जिधर भी देखिए उधर ही सूल सूल हो गये
Anis Shah
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हैप्पी होली
हैप्पी होली
Satish Srijan
■ आज की बात
■ आज की बात
*Author प्रणय प्रभात*
टूटा हुआ दिल
टूटा हुआ दिल
Anamika Singh
Book of the day: काव्य मंजूषा (एक काव्य संकलन)
Book of the day: काव्य मंजूषा (एक काव्य संकलन)
Sahityapedia
हमारा हरियाणा प्रदेश
हमारा हरियाणा प्रदेश
Ram Krishan Rastogi
स्वप्न विवेचना -ज्योतिषीय शोध लेख
स्वप्न विवेचना -ज्योतिषीय शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अब की बार पत्थर का बनाना ए खुदा
अब की बार पत्थर का बनाना ए खुदा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
बुद्ध ही बुद्ध
बुद्ध ही बुद्ध
Shekhar Chandra Mitra
शेर
शेर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
“अच्छे दिन आने वाले है” आ गये किसानो के अच्छे दिन
“अच्छे दिन आने वाले है” आ गये किसानो के अच्छे...
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
दो कदम साथ चलो
दो कदम साथ चलो
VINOD KUMAR CHAUHAN
भोजन की थाली लगे
भोजन की थाली लगे
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
जीने की ख़्वाहिशों में
जीने की ख़्वाहिशों में
Dr fauzia Naseem shad
होना चाहिए निष्पक्ष
होना चाहिए निष्पक्ष
gurudeenverma198
💐अज्ञात के प्रति-90💐
💐अज्ञात के प्रति-90💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तेरी यादें
तेरी यादें
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
Loading...