मैथिली मुक्तक / मैथिली शायरी (Maithili Muktak / Maithili Shayari)
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मैथिली मुक्तक मैथिली शायरी
चोरक शत्रु चान जगत मे
सब सँ आगू बैमान जगत मे
उल्टा–पुल्टा सयम चक्र बीच
बचाउ कहुना मान जगन मे ।।
मिथिला बिहारी नगरपालिका
मिथिलेश्वर मौवाही – ३
धनुषा, नेपाल