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24 Sep 2022 · 1 min read

मुक्तक

ग़मों की स्याह रात में , चंद पलों की खुशियाँ
नवजीवन का आभास करा देती हैं

हो जाता है जिन्दगी का हर पल खुशनुमा
जीने की आस जगा देती हैं

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
4 Likes · 88 Views

Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'

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