माँ ब्रह्मचारिणी
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आयी है दूजे दिवस, ब्रह्मचारिणी मात ।
लिए कमण्डल हाथ में, देती हैं सौगात।।
देती हैं सौगात, कृपा अम्बे बरसाए,
सौम्य सुहाना रूप, नैन को अति हर्षाए ।।
पावन ये नवरात्रि, खुशी हर मन में छायी,
झूमे, नाचें आज, मात अंबे घर आयी।।
वन्दना नामदेव