बागों में जीवन खड़ा, ले हाथों में फूल।
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बागों में जीवन खड़ा, ले हाथों में फूल।
पूरी उम्र गुजार दी, करते करते भूल
उड़ा दिये सारे सफे, सत्य झूठ के राज़
एक सनद मानी गई,इस सन हाई स्कूल।।
सूर्यकांत
बागों में जीवन खड़ा, ले हाथों में फूल।
पूरी उम्र गुजार दी, करते करते भूल
उड़ा दिये सारे सफे, सत्य झूठ के राज़
एक सनद मानी गई,इस सन हाई स्कूल।।
सूर्यकांत