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20 Sep 2022 · 1 min read

बयां न कर ,जाया ना कर

बयां न कर ,जाया न कर

ज़हर की नुमाइश ना कर, जश्न-ए-ज़फ़र जाया न कर,
ज़हन में रखी यादों की, यू नीलामी ना कर।
ज़ख्म का दिखावा न कर, जुनून-ए-इश्क बयां न कर,
ज़बान में कैद मौन का, सरे बाजार यूं सौदा न कर।।

#seematuhaina

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