Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Nov 2022 · 1 min read

बदलते मौसम

कितनी जल्दी जल्दी देखो, बदला करते हैं मौसम
उन्हें देखकर अपने अपने, रूप बदल लेते हैं हम

ठिठुर-ठिठुर सर्दी का मौसम, सबसे पहले आता है
कोट पुलोवर टोपी मोजे, गर्म-गर्म पहनाता है
सूरज दादा भी तब अपने, नखरे ख़ूब दिखाते हैं
श्वेत- श्वेत कोहरे से भी, शायद थोड़े घबराते हैं
धुआँ उगलने लगता है मुख, दाँत सुनाते हैं सरगम
कितनी जल्दी जल्दी देखो, बदला करते हैं मौसम

फिर आती हैं गर्मी रानी, हमें तनिक न भातीं हैं
ताप बढ़ा देती हैं इतना, बहुत पसीना लातीं हैं
लेकिन ऐसी,कूलर में आराम ज़रा मिल जाता है
आम रसीले खाकर हमको, मज़ा बहुत ही आता है
घर के अंदर अच्छा लगता, बाहर मगर निकलता दम
कितनी जल्दी जल्दी देखो, बदला करते हैं मौसम

फिर आकर बरसात दिलाती,इस गर्मी से छुटकारा
लगता है बारिश का मौसम, हम सबको सबसे प्यारा
ओढ़ चुनरिया धानी धरती, लहर-लहर लहराती है
सूरज दादा की तो भैया, आफत ही आ जाती है
गड -गड़ -गड़ -गड़ बादल गरजें, बूंदे नाचे छम -छम- छम
कितनी जल्दी जल्दी देखो, बदला करते हैं मौसम

डॉ अर्चना गुप्ता
25-11-2022

Language: Hindi
Tag: बाल गीत
2 Likes · 119 Views

Books from Dr Archana Gupta

You may also like:
बड़ी मुश्किल से लगा दिल
बड़ी मुश्किल से लगा दिल
कवि दीपक बवेजा
कमर दर्द, पीठ दर्द
कमर दर्द, पीठ दर्द
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आजादी का अमृत महोत्सव
आजादी का अमृत महोत्सव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
संत कबीरदास
संत कबीरदास
Pravesh Shinde
मजदूर।
मजदूर।
Anil Mishra Prahari
✍️हर इँसा समता का हकदार है
✍️हर इँसा समता का हकदार है
'अशांत' शेखर
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
Best ghazals of Shivkumar Bilagrami
Best ghazals of Shivkumar Bilagrami
Shivkumar Bilagrami
Shayri
Shayri
श्याम सिंह बिष्ट
है श्रेष्ट रक्तदान
है श्रेष्ट रक्तदान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अज्ञात
अज्ञात
Shyam Sundar Subramanian
"हरी सब्जी या सुखी सब्जी"
Dr Meenu Poonia
याद-ए-माज़ी
याद-ए-माज़ी
Dr fauzia Naseem shad
डेली पैसिंजर
डेली पैसिंजर
Arvina
मोबाईल की लत
मोबाईल की लत
शांतिलाल सोनी
*रुकता किसका काम (कुंडलिया)*
*रुकता किसका काम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
माँ शारदे...
माँ शारदे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Every morning, A teacher rises in me
Every morning, A teacher rises in me
Ankita Patel
कुछ घूँट
कुछ घूँट
Dr Rajiv
!! लक्ष्य की उड़ान !!
!! लक्ष्य की उड़ान !!
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
समय का विशिष्ट कवि
समय का विशिष्ट कवि
Shekhar Chandra Mitra
💐प्रेम कौतुक-250💐
💐प्रेम कौतुक-250💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
■ प्रेरक कविता / आस का पंछी
■ प्रेरक कविता / आस का पंछी
*Author प्रणय प्रभात*
✍️ख्वाहिशें जिंदगी से ✍️
✍️ख्वाहिशें जिंदगी से ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
छंद में इनका ना हो, अभाव
छंद में इनका ना हो, अभाव
अरविन्द व्यास
!!! हार नहीं मान लेना है !!!
!!! हार नहीं मान लेना है !!!
जगदीश लववंशी
आज की प्रस्तुति: भाग 7
आज की प्रस्तुति: भाग 7
Rajeev Dutta
सुन ओ दीपावली तू ऐसे आना
सुन ओ दीपावली तू ऐसे आना
gurudeenverma198
गंतव्यों पर पहुँच कर भी, यात्रा उसकी नहीं थमती है।
गंतव्यों पर पहुँच कर भी, यात्रा उसकी नहीं थमती है।
Manisha Manjari
नया साल सबको मुबारक
नया साल सबको मुबारक
Akib Javed
Loading...