फिर जिंदगी ने दम तोड़ा है
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फिर जिंदगी ने दम तोड़ा है
हर शाख पर गम छोड़ा है
कुरेद कर जा चुके हैं जख्म मेरे
और वक्त का मरहम छोड़ा है
क्या याद वो रखेंगे, सब भूलने को बोलकर
जिसने मुझे कल छोड़ा है
फिर जिंदगी ने दम तोड़ा है
हर शाख पर गम छोड़ा है
कुरेद कर जा चुके हैं जख्म मेरे
और वक्त का मरहम छोड़ा है
क्या याद वो रखेंगे, सब भूलने को बोलकर
जिसने मुझे कल छोड़ा है