"भरोसे के काबिल कोई कैसे मिले ll
संबंध की एक गरिमा होती है अगर आपके कारण किसी को परेशानी हो र
वेलेंटाइन डे पर द्विज प्रेम प्रलाप / मुसाफ़िर बैठा
मुश्किल से मुश्किल हालातों से
कभी कभी जो जुबां नहीं कहती , वो खामोशी कह जाती है । बेवजह दि
*जाते गलियॉं छोड़कर, पीड़ा लिए अपार (कुंडलिया)*
फिसलती रही रेत सी यह जवानी
बोलना , सुनना और समझना । इन तीनों के प्रभाव से व्यक्तित्व मे
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
रख हौसला, कर फैसला, दृढ़ निश्चय के साथ
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)