*दूध की धुली चयन प्रक्रिया (हास्य व्यंग्य)*
Writing Challenge- अलविदा (Goodbye)
कविता-शिश्कियाँ बेचैनियां अब सही जाती नहीं
💐प्रेम कौतुक-380💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
इंतजार से बेहतर है कोशिश करना
जयकार हो जयकार हो सुखधाम राघव राम की।
खुद को अपडेट करो - संघर्ष ही लाता है नया...
One day you will leave me alone.
शोर जब-जब उठा इस हृदय में प्रिये !
उसकी जुबाँ की तरकश में है झूठ हजार
*** " विवशता की दहलीज पर , कुसुम कुमारी....!!! "...
कहाँ-कहाँ नहीं ढूंढ़ा तुमको
चंदू और बकरी चाँदनी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रहे मुहब्बत सदा ही रौशन..
“पल भर के दीदार का कोई अर्थ नहीं।
इश्क़ ला हासिल का हासिल कुछ नहीं
शिव जी को चम्पा पुष्प , केतकी पुष्प कमल ,...
हो देवों के देव तुम, नहीं आदि-अवसान।