Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2023 · 1 min read

नववर्ष

*अनुष्टुप छंद*
संवत्सरमिदंस्वस्ति सर्वेभ्यो भव सर्वदा।
बालारुणसमं सौख्यं, वर्धन्तु तव जीवने।
भद्रमस्तु इदं वर्षं, तथा भावी दिवानिशे।
वृद्धिशीला: भवेद्धर्षं, तथा स्वास्थ्यं वयोबलं।

अंकित शर्मा ‘इषुप्रिय’

Language: Sanskrit
Tag: श्लोक
1 Like · 58 Views

Books from अंकित शर्मा 'इषुप्रिय'

You may also like:
गम के बादल गये, आया मधुमास है।
गम के बादल गये, आया मधुमास है।
सत्य कुमार प्रेमी
हासिल न कर सको
हासिल न कर सको
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दोस्ती -ईश्वर का रूप
दोस्ती -ईश्वर का रूप
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मैं मजदूर हूँ!
मैं मजदूर हूँ!
Anamika Singh
दिल में आने की बात।
दिल में आने की बात।
Anil Mishra Prahari
अश्क़
अश्क़
Satish Srijan
मुक्तक।
मुक्तक।
Pankaj sharma Tarun
■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
एक सुन्दरी है
एक सुन्दरी है
Varun Singh Gautam
अब न पछताओगी तुम हमसे मिलके
अब न पछताओगी तुम हमसे मिलके
Ram Krishan Rastogi
जयकार हो जयकार हो सुखधाम राघव राम की।
जयकार हो जयकार हो सुखधाम राघव राम की।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
★क़त्ल ★
★क़त्ल ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
इश्क एक बिमारी है तो दवाई क्यू नही
इश्क एक बिमारी है तो दवाई क्यू नही
Anurag pandey
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सरकारी नौकरी
सरकारी नौकरी
Sushil chauhan
130 किताबें महिलाओं के नाम
130 किताबें महिलाओं के नाम
अरशद रसूल /Arshad Rasool
प्रणय 10
प्रणय 10
Ankita Patel
" वट वृक्ष सा स्पैक्ट्रम "
Dr Meenu Poonia
साँसों का संग्राम है, उसमें लाखों रंग।
साँसों का संग्राम है, उसमें लाखों रंग।
सूर्यकांत द्विवेदी
चुनावी जुमला
चुनावी जुमला
Shekhar Chandra Mitra
🇭🇺 युवकों का निर्माण चाहिए
🇭🇺 युवकों का निर्माण चाहिए
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ख्वाहिशों का टूटता हुआ मंजर....
ख्वाहिशों का टूटता हुआ मंजर....
साहित्य लेखन- एहसास और जज़्बात
सुई नोक भुइ देहुँ ना, को पँचगाँव कहाय,
सुई नोक भुइ देहुँ ना, को पँचगाँव कहाय,
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मंजिल की धुन
मंजिल की धुन
Seema 'Tu hai na'
स्वच्छता
स्वच्छता
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
💐प्रेम कौतुक-237💐
💐प्रेम कौतुक-237💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*मेरी इच्छा*
*मेरी इच्छा*
Dushyant Kumar
عجیب دور حقیقت کو خواب لکھنے لگے۔
عجیب دور حقیقت کو خواب لکھنے لگے۔
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*मेहरबानी (मुक्तक)*
*मेहरबानी (मुक्तक)*
Ravi Prakash
आपकी याद हो
आपकी याद हो
Dr fauzia Naseem shad
Loading...