दोहे तरुण के।
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/77ca2577917492b308753b3521b41e85_3034b54d3054bbfd27052a3e98b93fcd_600.jpg)
दोहे तरुण के।
***********
जीवन की इस भीड़ में,मत हिम्मत को हार।
आगे बढ़ना थम नहीं, मिलें सजन उस पार।।
हिम्मत की कीमत बड़ी,जाने यह संसार।
डरो नहीं तुम मौत से,डरना है बेकार।।
पंकज शर्मा “तरुण “.
दोहे तरुण के।
***********
जीवन की इस भीड़ में,मत हिम्मत को हार।
आगे बढ़ना थम नहीं, मिलें सजन उस पार।।
हिम्मत की कीमत बड़ी,जाने यह संसार।
डरो नहीं तुम मौत से,डरना है बेकार।।
पंकज शर्मा “तरुण “.