तू ही है साकी तू ही मैकदा पैमाना है,
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तू ही है साकी तू ही मैकदा पैमाना है,
तेरी नज़रों का नशा खूब हमने जाना है।
बन गया रिन्द ए अज़ीम हमनवां मेरे,
तू है ठौर तू ही अदना का ठिकाना है।
सतीश सृजन
तू ही है साकी तू ही मैकदा पैमाना है,
तेरी नज़रों का नशा खूब हमने जाना है।
बन गया रिन्द ए अज़ीम हमनवां मेरे,
तू है ठौर तू ही अदना का ठिकाना है।
सतीश सृजन