जीवन का एक चरण
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/f350a7f33441ca3fb7e78f41176a6ebd_71092e78f7bf84ca0dbe7e36cac4cf0f_600.jpg)
जीवन का एक चरण
जीवन में एक चरण आता है,जब सब कुछ खिलाफ होता है,जितनी मेहनत करो,उतना ही उल्टा होता है।
रिश्ते टूट जाते हैं,दोस्त दूर हो जाते हैं,
वक्त साथ नहीं देता है,हालात बदल जाते हैं।
ऐसे में मन करता है,सब कुछ छोड़ दे,
लेकिन अगर तुम रुक गए,तो फिर कभी सफल नहीं हो पाओगे।
इसलिए इस चरण में,घिसते रहो,हार मत मानो,
लगातार कोशिश करते रहो।
क्योंकि जो इस चरण को पार कर जाता है,
उसे सफलता जरूर मिलती है,यह तो पक्का है,
लेकिन जीवन में एक या दो चरण ऐसे जरूर आएंगे,
जब लगेगा,नहीं होगा या हो रहा।