Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2023 · 1 min read

जहाँ से आये हो

तुम अलग कौन सी
दुनिया यहाँ बसाओगे ।
जहाँ से आये हो वापस
वहीं तो जाओगे ।।
जब देखने का बदल
लोगे नज़रिया अपना ।
तुम कौन मैं कौन का
फिर फर्क करना पाओगे ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
6 Likes · 25 Views
You may also like:
पंचैती
पंचैती
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
डर डर के उड़ रहे पंछी
डर डर के उड़ रहे पंछी
डॉ. शिव लहरी
#शुभरात्रि
#शुभरात्रि
आर.एस. 'प्रीतम'
Bhagwan sabki sunte hai...
Bhagwan sabki sunte hai...
Vandana maurya
Divine's prayer
Divine's prayer
Buddha Prakash
Today i am thinker
Today i am thinker
Ankit Halke jha
पहले प्यार का एहसास
पहले प्यार का एहसास
Surinder blackpen
उसके सवालों का जवाब हम क्या देते
उसके सवालों का जवाब हम क्या देते
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
"इससे पहले कि बाय हो जाए।
*Author प्रणय प्रभात*
कोई हुनर खुद में देखो,
कोई हुनर खुद में देखो,
Satish Srijan
तू रूठा मैं टूट गया_ हिम्मत तुमसे सारी थी।
तू रूठा मैं टूट गया_ हिम्मत तुमसे सारी थी।
Rajesh vyas
*नन्ही सी गौरीया*
*नन्ही सी गौरीया*
Shashi kala vyas
धरती माँ
धरती माँ
जगदीश शर्मा सहज
💐अज्ञात के प्रति-96💐
💐अज्ञात के प्रति-96💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दुनियादारी में
दुनियादारी में
surenderpal vaidya
आज की प्रस्तुति: भाग 3
आज की प्रस्तुति: भाग 3
Rajeev Dutta
तुम इतना सिला देना।
तुम इतना सिला देना।
Taj Mohammad
फिर मिलेंगे
फिर मिलेंगे
साहित्य गौरव
तू क्या सोचता है
तू क्या सोचता है
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
देश और देशभक्ति
देश और देशभक्ति
विजय कुमार अग्रवाल
Writing Challenge- सम्मान (Respect)
Writing Challenge- सम्मान (Respect)
Sahityapedia
झूठी वाहवाही
झूठी वाहवाही
Shekhar Chandra Mitra
शायरी
शायरी
goutam shaw
पैसा बहुत कुछ है लेकिन सब कुछ नहीं
पैसा बहुत कुछ है लेकिन सब कुछ नहीं
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
मेरुदंड
मेरुदंड
सूर्यकांत द्विवेदी
कब मरा रावण
कब मरा रावण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*घर (पाँच दोहे)*
*घर (पाँच दोहे)*
Ravi Prakash
दिल ए गहराइयों में
दिल ए गहराइयों में
Dr fauzia Naseem shad
🇮🇳 वतन पर जां फ़िदा करना 🇮🇳
🇮🇳 वतन पर जां फ़िदा करना 🇮🇳
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
अवध से राम जाते हैं,
अवध से राम जाते हैं,
अनूप अम्बर
Loading...