जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भ
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जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भी हैं दुर्भाग्य ही है और आपने पतन का सामान इकट्ठा कर लिया है।
जब आपके आस पास सच बोलने वाले न बचे हों, तो समझिए आस पास जो भी हैं दुर्भाग्य ही है और आपने पतन का सामान इकट्ठा कर लिया है।