चंद्रयान 3
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“ मै इंसान हूँ, नही हारना फ़ितरत मेरी
चाहे रोके मुझको आग,पानी,कुदरत सभी
गिरता हूँ, फिसलता हू, पर चलता हूं उठके
तब फतह कर पाया हूँ, मै शोहरत सभी ”
© आत्मबोध
#chandrayan3 #चंद्रयान3
“ मै इंसान हूँ, नही हारना फ़ितरत मेरी
चाहे रोके मुझको आग,पानी,कुदरत सभी
गिरता हूँ, फिसलता हू, पर चलता हूं उठके
तब फतह कर पाया हूँ, मै शोहरत सभी ”
© आत्मबोध
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