Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2017 · 1 min read

घनाक्षरी

घनाक्षरी 8 8 8 7
**************
मेरे प्यारे प्यारे कान्हा
सब के दुलारे कान्हा
माखन सजा है रखा
अाके उसे खाइये ।

ग्वाल बाल साथ आऒ
गोपियों को संग लाओ
तान छेड़ प्रेम धुन
बंसुरी बजाइये

यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ
ढूढ़ा तुम्हे कहाँ कहाँ
कुछ भी पता न चला
दरश दिखाइये ।

आसन सजाये रखा
दिल को बिछाये रखा
गीत अब विनती करे
आ के बैठ जाइये ॥

” गीत”

226 Views
You may also like:
Who is whose best friend
Who is whose best friend
Ankita Patel
प्यारी मेरी बहना
प्यारी मेरी बहना
Buddha Prakash
"निरक्षर-भारती"
Prabhudayal Raniwal
कोयल मतवाली
कोयल मतवाली
Surinder blackpen
💐अज्ञात के प्रति-117💐
💐अज्ञात के प्रति-117💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
“ मेरा रंगमंच और मेरा अभिनय ”
“ मेरा रंगमंच और मेरा अभिनय ”
DrLakshman Jha Parimal
बरखा रानी तू कयामत है ...
बरखा रानी तू कयामत है ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
जगत का जंजाल-संसृति
जगत का जंजाल-संसृति
Shivraj Anand
Phoolo ki wo shatir  kaliya
Phoolo ki wo shatir kaliya
Sakshi Tripathi
ज़िंदा घर
ज़िंदा घर
दशरथ रांकावत 'शक्ति'
रिश्तों में जान बनेगी तब, निज पहचान बनेगी।
रिश्तों में जान बनेगी तब, निज पहचान बनेगी।
आर.एस. 'प्रीतम'
माना सच है वो कमजर्फ कमीन बहुत  है।
माना सच है वो कमजर्फ कमीन बहुत है।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
सच्चे दोस्त की ज़रूरत
सच्चे दोस्त की ज़रूरत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सोचता हूँ
सोचता हूँ
Satish Srijan
एक शायर अपनी महबूबा से
एक शायर अपनी महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
गदा हनुमान जी की
गदा हनुमान जी की
AJAY AMITABH SUMAN
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Fuzail Sardhanvi
करें उन शहीदों को शत शत नमन
करें उन शहीदों को शत शत नमन
Dr Archana Gupta
■ आज का विचार
■ आज का विचार
*Author प्रणय प्रभात*
अफसोस
अफसोस
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
ईर्ष्या
ईर्ष्या
Saraswati Bajpai
*ट्रस्टीशिप  【कुंडलिया】*
*ट्रस्टीशिप 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
" पर्व गोर्वधन "
Dr Meenu Poonia
नंदक वन में
नंदक वन में
Dr. Girish Chandra Agarwal
चार कदम चलने को मिल जाता है जमाना
चार कदम चलने को मिल जाता है जमाना
कवि दीपक बवेजा
चक्षु द्वय काजर  कोठरी , मोती अधरन बीच ।
चक्षु द्वय काजर कोठरी , मोती अधरन बीच ।
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
जीवन अपना
जीवन अपना
Dr fauzia Naseem shad
फूल अब शबनम चाहते है।
फूल अब शबनम चाहते है।
Taj Mohammad
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Aditya Prakash
Loading...