गांव की बात निराली
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गांव की बात बड़ी निराली,
चारो तरफ फैली हरियाली,
खुला खुला सा इक आंगन,
चांद सितारों से भरा गगन,
पंछियों का कलरव प्यारा,
प्यारा लगता है गांव हमारा,
हरे भरे पेड़ देते है छाया,
देख देख मन को गांव भाया,
देखों रंग बिरंगी तितली सारी,
फूलों से भरी हर एक क्यारी,
खेत खलिहान अन्न से भरे,
देख सुंदरता सब थकान हरे,
ऐसा मेरा यह सुंदर सा गांव,
पग पग पर है प्रेम की छांव,