Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2024 · 1 min read

ओ मेरी सोलमेट जन्मों से – संदीप ठाकुर

ओ मेरी सोलमेट जन्मों से
है तू ही फेवरेट जन्मों से
इस जन्म में तो मेरी हो जाना
कर रहा हूं मैं वेट जन्मों से
संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur

439 Views

You may also like these posts

#धवल_पक्ष
#धवल_पक्ष
*प्रणय*
माँ भारती की पुकार
माँ भारती की पुकार
लक्ष्मी सिंह
"जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
टीवी वीडियो मोबाइल
टीवी वीडियो मोबाइल
Manoj Shrivastava
माना सांसों के लिए,
माना सांसों के लिए,
शेखर सिंह
भूलने दें
भूलने दें
Dr.sima
पेट भरता नहीं
पेट भरता नहीं
Dr fauzia Naseem shad
प्यार की लौ
प्यार की लौ
Surinder blackpen
सपने का सफर और संघर्ष आपकी मैटेरियल process  and अच्छे resou
सपने का सफर और संघर्ष आपकी मैटेरियल process and अच्छे resou
पूर्वार्थ
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
जातिवाद का भूत
जातिवाद का भूत
मधुसूदन गौतम
#'सजल' एक जीवन परिचय
#'सजल' एक जीवन परिचय
Radheshyam Khatik
"मनुष्य की प्रवृत्ति समय के साथ बदलना शुभ संकेत है कि हम इक्
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
*जाते जग से श्रेष्ठ जन, सौ-सौ उन्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
*जाते जग से श्रेष्ठ जन, सौ-सौ उन्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शायर हुआ हूं मैं
शायर हुआ हूं मैं
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*Flying Charms*
*Flying Charms*
Poonam Matia
एक मन
एक मन
Dr.Priya Soni Khare
फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन
फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन
sushil yadav
दर्द दिल में दबाए बैठे हैं,
दर्द दिल में दबाए बैठे हैं,
श्याम सांवरा
मुझे इश्क है तुझसे ये किसी से छुपा नहीं
मुझे इश्क है तुझसे ये किसी से छुपा नहीं
Jyoti Roshni
हिंदी दोहे- कलंक
हिंदी दोहे- कलंक
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अनुशासित रहे, खुद पर नियंत्रण रखें ।
अनुशासित रहे, खुद पर नियंत्रण रखें ।
Shubham Pandey (S P)
जिस नई सुबह ने
जिस नई सुबह ने
PRADYUMNA AROTHIYA
पधारो नंद के लाला
पधारो नंद के लाला
Sukeshini Budhawne
जला दो दीपक कर दो रौशनी
जला दो दीपक कर दो रौशनी
Sandeep Kumar
3506.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3506.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
Ignorance is the shield
Ignorance is the shield
Chitra Bisht
तुम वही हो
तुम वही हो
ललकार भारद्वाज
ज़िंदगी दफ़न कर दी हमने गम भुलाने में,
ज़िंदगी दफ़न कर दी हमने गम भुलाने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...