ऐसी कहाँ मिसाल
आशिक अब राँझा नहीं , हीर नहीं माशूक !
शादी अब सौदा हुआ, करे प्यार यह मूक !!
माशूका थी सोहनी,आशिक था महिवाल !
नए दौर में प्यार की ,ऐसी कहाँ मिसाल !!
रमेश शर्मा
आशिक अब राँझा नहीं , हीर नहीं माशूक !
शादी अब सौदा हुआ, करे प्यार यह मूक !!
माशूका थी सोहनी,आशिक था महिवाल !
नए दौर में प्यार की ,ऐसी कहाँ मिसाल !!
रमेश शर्मा