#एक_शेर
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/cd59efaa5949778249a590cccb7f6f40_520c473e9fa95bb449d5cb87df3a5bbf_600.jpg)
#एक_शेर
■ मुल्क़ की हक़ीक़त पर।
“वो फटेहाल हों
नाराज़ नहीं हो सकते।
मुतमइन लोग
दग़ाबाज़ नहीं हो सकते।।”
■प्रणय प्रभात■
#एक_शेर
■ मुल्क़ की हक़ीक़त पर।
“वो फटेहाल हों
नाराज़ नहीं हो सकते।
मुतमइन लोग
दग़ाबाज़ नहीं हो सकते।।”
■प्रणय प्रभात■