23/193. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
जीवन में सही सलाहकार का होना बहुत जरूरी है
बरसात का मौसम तो लहराने का मौसम है,
रंज-ओ-सितम से दूर फिरसे इश्क की हो इब्तिदा,
"तुम्हारे शिकवों का अंत चाहता हूँ
लोग जाने किधर गये
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
जो परिवार और रिश्ते आपने मुद्दे आपस में संवाद करके समझ बूझ
शब्द ढ़ाई अक्षर के होते हैं
जख्म भरता है इसी बहाने से
वो प्यार ही क्या जिसमें रुसवाई ना हो,
धार्मिक सौहार्द एवम मानव सेवा के अद्भुत मिसाल सौहार्द शिरोमणि संत श्री सौरभ
*जैन पब्लिक लाइब्रेरी, रामपुर*
बूथ तक जाना वोटर्स की ड्यूटी है। वोटर्स के पास जाना कैंडीडेट
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
International plastic bag free day