अर्ज किया है जनाब
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अर्ज किया है जनाब
अगर अभी भी साहब के शासन में गारंटी ढूंढ रहे हो
बड़े ही नादान हो “मियां”
ज़हर की शीशी में दवा ढूंढ रहे हो
अर्ज किया है जनाब
अगर अभी भी साहब के शासन में गारंटी ढूंढ रहे हो
बड़े ही नादान हो “मियां”
ज़हर की शीशी में दवा ढूंढ रहे हो