Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2022 · 1 min read

छुअन लम्हे भर की

झुकी सी वो आँखें, छुपाती हैं क्या क्या
औ मिलती निगाहें, जताती हैं क्या क्या

ये रेखाएं उनकी हैं इतिहास जैसी,
इन्हे देख समझो पढ़ाती हैं क्या क्या

मोहब्बत थी मुझको ये कहना नहीं था
मेरी अब ये पलकें बताती हैं क्या क्या

छुअन लम्हे भर की वो, हासिल है अपना,
तमन्नाएं सपने सजाती हैं क्या क्या।

किया जब भरोसा भी तूफां पे देखो
ये बेखौफ लहरें बहाती हैं क्या क्या

ये बारिश फलक से है या है जिगर से,
मोहब्बत में आंखें भिगाती हैं क्या क्या।

स्वरचित
रश्मि लहर
लखनऊ

Language: Hindi
Tag: ग़ज़ल
1 Like · 2 Comments · 71 Views
You may also like:
आज़ाद हूं मैं
आज़ाद हूं मैं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ख्वाहिशों के कारवां में
ख्वाहिशों के कारवां में
Satish Srijan
सपना देखा है तो
सपना देखा है तो
कवि दीपक बवेजा
Sukun usme kaha jisme teri jism ko paya hai
Sukun usme kaha jisme teri jism ko paya hai
Sakshi Tripathi
पन्नें
पन्नें
Abhinay Krishna Prajapati
कृपा करो मां दुर्गा
कृपा करो मां दुर्गा
Deepak Kumar Tyagi
अपने नाम का भी एक पन्ना, ज़िन्दगी की सौग़ात कर आते हैं।
अपने नाम का भी एक पन्ना, ज़िन्दगी की सौग़ात कर...
Manisha Manjari
💐प्रेम कौतुक-239💐
💐प्रेम कौतुक-239💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तेरे दिल को मैं छुआ करूं
तेरे दिल को मैं छुआ करूं
Dr fauzia Naseem shad
*समय सबसे बड़ा गुरु है, समय सब कुछ सिखाता है (मुक्तक)*
*समय सबसे बड़ा गुरु है, समय सब कुछ सिखाता है...
Ravi Prakash
फिर जीवन पर धिक्कार मुझे
फिर जीवन पर धिक्कार मुझे
Ravi Yadav
चाय सिर्फ चीनी और चायपत्ती का मेल नहीं
चाय सिर्फ चीनी और चायपत्ती का मेल नहीं
Charu Mitra
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज
मनोज कर्ण
सर्दी का मौसम
सर्दी का मौसम
Ram Krishan Rastogi
अमृता
अमृता
Surinder blackpen
राह हूं या राही हूं या मंजिल हूं राहों की
राह हूं या राही हूं या मंजिल हूं राहों की
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
अन्न देवता
अन्न देवता
Dr. Girish Chandra Agarwal
सुख़न का ख़ुदा
सुख़न का ख़ुदा
Shekhar Chandra Mitra
गजल_कौन अब इस जमीन पर खून से लिखेगा गजल
गजल_कौन अब इस जमीन पर खून से लिखेगा गजल
Arun Prasad
मेरा विज्ञान सफर
मेरा विज्ञान सफर
Ankit Halke jha
■ सीधी बात
■ सीधी बात
*Author प्रणय प्रभात*
गाँव के दुलारे
गाँव के दुलारे
जय लगन कुमार हैप्पी
जस का तस / (नवगीत)
जस का तस / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कर्म -धर्म
कर्म -धर्म
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🚩अमर कोंच-इतिहास
🚩अमर कोंच-इतिहास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"दुर्भिक्ष"
Dr. Kishan tandon kranti
बुलेट ट्रेन की तरह है, सुपर फास्ट सब यार।
बुलेट ट्रेन की तरह है, सुपर फास्ट सब यार।
सत्य कुमार प्रेमी
रंग बरसे
रंग बरसे
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तस्वीर जो हमें इंसानियत का पाठ पढ़ा जाती है।
तस्वीर जो हमें इंसानियत का पाठ पढ़ा जाती है।
Abdul Raqueeb Nomani
Loading...