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5 Jan 2023 · 1 min read

*अच्छा लगता है 【मुक्तक】*

अच्छा लगता है 【मुक्तक】
■■■■■■■■■■■■■■■■■
जरा-सा रूठना फिर मान जाना अच्छा लगता है
जरा-सी देर का नखरा दिखाना अच्छा लगता है
जो ज्यादा खींचिएगा तार अक्सर टूट जाते हैं
सदा ही संतुलित वीणा बजाना अच्छा लगता है
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
रचयिता: रविप्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उ.प्र.)
मो. 9997615451

Language: Hindi
200 Views
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