Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Oct 2021 · 1 min read

पिया पी के रहे पगलाइल

कूलर फिरिज बेंचि आइल बाटे टिबियो उठऽवले
पिया पी के रहे पगलाइल बाटे नरक बनऽवले

बाबूजी ई कहलें दामाद बाड़ें आला
सोचनी ना बुझनी पेन्हाइ दिहनी माला
तहिये से जिनिगी हेराइल बाटे रोंवा डहकऽवले-
पिया पी के रहे पगलाइल बाटे नरक बनऽवले

नइहर से मिलल बाटे पलँग रजाई
बाकि पिया सुति जाला रोडवे प जाई
आजुओ सनेस बा सुनाइल बाटे नाक कटवऽवले-
पिया पी के रहे पगलाइल बाटे नरक बनऽवले

लोग के टिभोली नाहीं तनिको सहाला
सरबिया ब कहे लोग माथ झुकि जाला
रसे नाहीं पीअल खाइल बाटे जिउ सनकऽवले-
पिया पी के रहे पगलाइल बाटे नरक बनऽवले

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 24/10/2021

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
4 Likes · 1 Comment · 443 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़ब ज़ब जिंदगी समंदर मे गिरती है
ज़ब ज़ब जिंदगी समंदर मे गिरती है
शेखर सिंह
Sometimes you have to
Sometimes you have to
Prachi Verma
मुलाक़ातें ज़रूरी हैं
मुलाक़ातें ज़रूरी हैं
Shivkumar Bilagrami
पापा
पापा
Kanchan Khanna
2933.*पूर्णिका*
2933.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सच तो रोशनी का आना हैं
सच तो रोशनी का आना हैं
Neeraj Agarwal
उसको फिर उसका
उसको फिर उसका
Dr fauzia Naseem shad
बस फेर है नज़र का हर कली की एक अपनी ही बेकली है
बस फेर है नज़र का हर कली की एक अपनी ही बेकली है
Atul "Krishn"
मां
मां
goutam shaw
क्या मुझसे दोस्ती करोगे?
क्या मुझसे दोस्ती करोगे?
Naushaba Suriya
ज़ख्म दिल में छुपा रखा है
ज़ख्म दिल में छुपा रखा है
Surinder blackpen
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
मातृभूमि पर तू अपना सर्वस्व वार दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
Yogendra Chaturwedi
" तुम्हारे संग रहना है "
DrLakshman Jha Parimal
जब तक मन इजाजत देता नहीं
जब तक मन इजाजत देता नहीं
ruby kumari
💐प्रेम कौतुक-506💐
💐प्रेम कौतुक-506💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सनम
सनम
Satish Srijan
इश्क़
इश्क़
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
*हे अष्टभुजधारी तुम्हें, मॉं बार-बार प्रणाम है (मुक्तक)*
*हे अष्टभुजधारी तुम्हें, मॉं बार-बार प्रणाम है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
#हमारे_सरोकार
#हमारे_सरोकार
*Author प्रणय प्रभात*
दिल में दबे कुछ एहसास है....
दिल में दबे कुछ एहसास है....
Harminder Kaur
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
महामोदकारी छंद (क्रीड़ाचक्र छंद ) (18 वर्ण)
महामोदकारी छंद (क्रीड़ाचक्र छंद ) (18 वर्ण)
Subhash Singhai
"बदबू"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रणय
प्रणय
Neelam Sharma
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
Kuldeep mishra (KD)
कवि को क्या लेना देना है !
कवि को क्या लेना देना है !
Ramswaroop Dinkar
-- अंतिम यात्रा --
-- अंतिम यात्रा --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
गजब हुआ जो बाम पर,
गजब हुआ जो बाम पर,
sushil sarna
बोलो जय जय गणतंत्र दिवस
बोलो जय जय गणतंत्र दिवस
gurudeenverma198
Loading...