Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2016 · 1 min read

दो मुक्तक—–

जुल्फ में तेरी उलझते जा रहा हूँ रात – दिन
नाम तेरा लिख के गीत गा रहा हूँ रात- दिन
देख कर एक नजर में ना जाने तूने क्या किया
आँशुओ का मरहम दिल पे लगा रहा हूँ रात -दिन
©विवेक चौहान एक कवि

मुफलिसी कब ये दूर जायेगी पापा
ज़िन्दगी कब खुल के हंसायेगी पापा
भीगा बहुत हूँ मैं अंबर की बारिश में
ये जमी कब पानी बरसायेगी पापा

स्वंयरचित रचना सर्वाधिकार प्राप्त
©विवेक चौहान एक कवि
बाजपुर , ऊधम सिंह नगर
(उत्तराखण्ड)7500042420

Language: Hindi
266 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
धन्यवाद बादल भैया (बाल कविता)
धन्यवाद बादल भैया (बाल कविता)
Ravi Prakash
" दूरियां"
Pushpraj Anant
सपनों के सौदागर बने लोग देश का सौदा करते हैं
सपनों के सौदागर बने लोग देश का सौदा करते हैं
प्रेमदास वसु सुरेखा
बचपन खो गया....
बचपन खो गया....
Ashish shukla
Weekend
Weekend
DR ARUN KUMAR SHASTRI
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
Ranjeet kumar patre
रक्षा बन्धन पर्व ये,
रक्षा बन्धन पर्व ये,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"दीदार"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम.......................................................
प्रेम.......................................................
Swara Kumari arya
सांप्रदायिक उन्माद
सांप्रदायिक उन्माद
Shekhar Chandra Mitra
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
कविता
कविता
Rambali Mishra
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
उड़ान ~ एक सरप्राइज
उड़ान ~ एक सरप्राइज
Kanchan Khanna
वृद्धाश्रम इस समस्या का
वृद्धाश्रम इस समस्या का
Dr fauzia Naseem shad
पहले की अपेक्षा साहित्य और आविष्कार दोनों में गिरावट आई है।इ
पहले की अपेक्षा साहित्य और आविष्कार दोनों में गिरावट आई है।इ
Rj Anand Prajapati
जो लोग बिछड़ कर भी नहीं बिछड़ते,
जो लोग बिछड़ कर भी नहीं बिछड़ते,
शोभा कुमारी
بدل گیا انسان
بدل گیا انسان
Ahtesham Ahmad
#करना है, मतदान हमको#
#करना है, मतदान हमको#
Dushyant Kumar
विवाह रचाने वाले बंदर / MUSAFIR BAITHA
विवाह रचाने वाले बंदर / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मायका
मायका
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भारत का फौजी जवान
भारत का फौजी जवान
Satish Srijan
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
पूर्वार्थ
दोस्त ना रहा ...
दोस्त ना रहा ...
Abasaheb Sarjerao Mhaske
*नयी पीढ़ियों को दें उपहार*
*नयी पीढ़ियों को दें उपहार*
Poonam Matia
घाव करे गंभीर
घाव करे गंभीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
किस क़दर आसान था
किस क़दर आसान था
हिमांशु Kulshrestha
बुंदेली दोहा- पैचान१
बुंदेली दोहा- पैचान१
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ न तोला भर ज़्यादा, न छँटाक भर कम।। 😊
■ न तोला भर ज़्यादा, न छँटाक भर कम।। 😊
*Author प्रणय प्रभात*
बाल कविता: मुन्नी की मटकी
बाल कविता: मुन्नी की मटकी
Rajesh Kumar Arjun
Loading...