Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2017 · 1 min read

अंगड़ाई

अंगड़ाई

१)
क्यों हुई गुलाबी सुरमई पुर्वा
यह बात समझ न आई।
नील गगन पर भी काली
घनघोर घटाएं छाई।
पक्षियों ने मधुर सुर छेड़े
और तरु वल्लरी नाचें।
लगता है सुंदर प्रकृति ने
फिर ली है आज अंगड़ाई।

२)
जिस तन लागे वो मन जाने
है हरजाई ये जुदाई।
देखो रात अंधेरी ने भी
ली अंगड़ाई पर अंगड़ाई।
क्यों उड़कर है आस का पक्षी
दूर क्षितिज में जाकर डूब गया।
क्या है विरह वेदना किसी प्रियतमा
को प्रियतम की आज सताई।

नीलम शर्मा

Language: Hindi
339 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
नवीन जोशी 'नवल'
"किसने कहा कि-
*Author प्रणय प्रभात*
औरत तेरी गाथा
औरत तेरी गाथा
विजय कुमार अग्रवाल
2310.पूर्णिका
2310.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
कविता ही हो /
कविता ही हो /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मुक्तक
मुक्तक
नूरफातिमा खातून नूरी
" महखना "
Pushpraj Anant
अलगाव
अलगाव
अखिलेश 'अखिल'
बाबागिरी
बाबागिरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वक्त के शतरंज का प्यादा है आदमी
वक्त के शतरंज का प्यादा है आदमी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Dictatorship in guise of Democracy ?
Dictatorship in guise of Democracy ?
Shyam Sundar Subramanian
चाहत
चाहत
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
एक नज़र से ही मौहब्बत का इंतेखाब हो गया।
एक नज़र से ही मौहब्बत का इंतेखाब हो गया।
Phool gufran
आदतें
आदतें
Sanjay ' शून्य'
సమాచార వికాస సమితి
సమాచార వికాస సమితి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
अवसर
अवसर
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेरी आंखों का
मेरी आंखों का
Dr fauzia Naseem shad
काव्य का आस्वादन
काव्य का आस्वादन
कवि रमेशराज
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*झाड़ू (बाल कविता)*
*झाड़ू (बाल कविता)*
Ravi Prakash
मनुष्यता बनाम क्रोध
मनुष्यता बनाम क्रोध
Dr MusafiR BaithA
बड़ा गहरा रिश्ता है जनाब
बड़ा गहरा रिश्ता है जनाब
शेखर सिंह
सुनी चेतना की नहीं,
सुनी चेतना की नहीं,
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
यें सारे तजुर्बे, तालीम अब किस काम का
यें सारे तजुर्बे, तालीम अब किस काम का
Keshav kishor Kumar
कोरा रंग
कोरा रंग
Manisha Manjari
सुबह आंख लग गई
सुबह आंख लग गई
Ashwani Kumar Jaiswal
आपकी यादें
आपकी यादें
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
प्रशंसा नहीं करते ना देते टिप्पणी जो ,
प्रशंसा नहीं करते ना देते टिप्पणी जो ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
सहमी -सहमी सी है नज़र तो नहीं
सहमी -सहमी सी है नज़र तो नहीं
Shweta Soni
Loading...