Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2022 · 1 min read

Writing Challenge- सम्मान (Respect)

आज का विषय है सम्मान

इस विषय पर किसी भी भाषा में एक नयी कविता, कहानी या संस्मरण लिखिए।

अपनी पोस्ट में Daily Writing Challenge टैग अवश्य जोड़ें।

Today’s topic is Respect.

Write a new poem, story or memoir in any language on this topic.

Do add the tag Daily Writing Challenge to your post.

5 Likes · 81 Views

Books from Sahityapedia

You may also like:
■ सत्यमेव जयते!!
■ सत्यमेव जयते!!
*Author प्रणय प्रभात*
चाय जैसा तलब हैं मेरा ,
चाय जैसा तलब हैं मेरा ,
Rohit yadav
हे री सखी मत डाल अब इतना रंग गुलाल
हे री सखी मत डाल अब इतना रंग गुलाल
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कविता का जन्म
कविता का जन्म
Dr Rajiv
समय का महत्व ।
समय का महत्व ।
Nishant prakhar
"मैं आज़ाद हो गया"
Lohit Tamta
नेताजी कहिन
नेताजी कहिन
Shekhar Chandra Mitra
औरत एक अहिल्या
औरत एक अहिल्या
Surinder blackpen
मेरी (अपनी) आवाज़
मेरी (अपनी) आवाज़
Shivraj Anand
सुखद...
सुखद...
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
आत्मा बिक रही है ज़मीर बिक रहा है
आत्मा बिक रही है ज़मीर बिक रहा है
डी. के. निवातिया
* ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना )
* ग़ज़ल * ( ताजमहल बनाते रहना )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
कभी भी ग़म के अँधेरों  से तुम नहीं डरना
कभी भी ग़म के अँधेरों से तुम नहीं डरना
Dr Archana Gupta
*तितली आई 【बाल कविता】*
*तितली आई 【बाल कविता】*
Ravi Prakash
"हर सुबह कुछ कहती है"
Dr. Kishan tandon kranti
बुद्ध को है नमन
बुद्ध को है नमन
Buddha Prakash
गंवारा ना होगा हमें।
गंवारा ना होगा हमें।
Taj Mohammad
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
* चांद बोना पड गया *
* चांद बोना पड गया *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
💐अज्ञात के प्रति-16💐
💐अज्ञात के प्रति-16💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़िन्दगी इतना तो
ज़िन्दगी इतना तो
Dr fauzia Naseem shad
मौसम ने भी ली अँगड़ाई, छेड़ रहा है राग।
मौसम ने भी ली अँगड़ाई, छेड़ रहा है राग।
डॉ.सीमा अग्रवाल
खप-खप मरता आमजन
खप-खप मरता आमजन
विनोद सिल्ला
"अगर तू अपना है तो एक एहसान कर दे
कवि दीपक बवेजा
बिंदी
बिंदी
Satish Srijan
नया साल सबको मुबारक
नया साल सबको मुबारक
Akib Javed
तांका
तांका
Ajay Chakwate *अजेय*
गीत
गीत
Shiva Awasthi
नई दिल्ली
नई दिल्ली
Dr. Girish Chandra Agarwal
वही दरिया के पार  करता  है
वही दरिया के पार करता है
Anil Mishra Prahari
Loading...