कवि, लेखक, विचारक एवं प्रशासनिक अधिकारी : साहित्य वाचस्पति-श्री किशन टण्डन क्रान्ति का जन्मस्थान- ग्राम-मस्तूरी,...
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कवि, लेखक, विचारक एवं प्रशासनिक अधिकारी : साहित्य वाचस्पति-श्री किशन टण्डन क्रान्ति का जन्मस्थान- ग्राम-मस्तूरी, जिला-बिलासपुर, छत्तीसगढ़ (भारत) है। राष्ट्रीय, राज्यीय एवं अन्तर्राज्यीय सहित 14 सम्मान एवं अलंकरण प्राप्त किशन टण्डन क्रान्ति जी के अब तक 11 काव्य-संग्रह (जिसमें 2 छत्तीसगढ़ी कविता-संग्रह शामिल हैं) 2 उपन्यास, 5 कहानी-संग्रह, 3 लघुकथा-संग्रह, 2 हास्यव्यंग्य- संग्रह, 1 ग़ज़ल-संग्रह एवं 2 बाल कविता-संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। अभी आपकी 6 किताबें प्रकाशनाधीन हैं। आपकी लेखनी के केन्द्र बिन्दु गाँव, गरीब, किसान, मजदूर, दस्तकार एवं विविध सामाजिक-आर्थिक समस्याएँ हैं। राष्ट्रीय पटल पर आपकी रचनाओं को बहुत सराहा जा रहा है। आपके द्वारा वेश्यावृत्ति के सन्दर्भ में सेक्स वर्करों की दर्द में डूबी जिन्दगी को लेकर रचित ‘अदा’ उपन्यास विश्व में सर्वाधिक पढ़े जाने वाले उपन्यासों में से एक है। हाल ही में आपको उत्तरप्रदेश वीरभाषा सहित्यपीठ का शीर्ष सम्मान- ‘साहित्य वाचस्पति सम्मान’ एवं छत्तीसगढ़ प्रान्तीय साहित्य समिति, रायपुर द्वारा ‘श्री लक्ष्मण मस्तुरिया सुरता सम्मान’ एवं ‘प्राइड ऑफ नेशन अवार्ड’ भी प्रदान किये गये हैं।
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