8 Followers 0 Following Follow Share Share Facebook Twitter WhatsApp Copy link to share Copy Link copied! Report Profile Ashok Ashq Samastipur Joined June 2016 2825 words · 13411 views Books 0 Publish Book Ashok Ashq has not yet published any book on Sahityapedia. Posts 36 View all Write Quote Write Post रंग-ए-बाज़ार कर लिया खुद को Ashok Ashq बिखरे हम टूट के फिर कच्चे मकानों की तरह Ashok Ashq अपनी ही खिड़कियों से Ashok Ashq नाज़नीं अब तेरी दोस्ती भी मिले Ashok Ashq कब तक कहो तुम्हीं कि सम्भाले तुम्हारे ख़त Ashok Ashq यूँ किस्तों में ये ज़िंदगानी लुटा दी Ashok Ashq तुमने पुकार कर Ashok Ashq रफ़्ता रफ़्ता हाथों से किनारा गया Ashok Ashq दर्द दामन में Ashok Ashq जिस्म का बाज़ार है बस Ashok Ashq More options Post Tags Summary Activity