Posts Tag: Viveksaswatshukla 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vivek saswat Shukla 12 Dec 2024 · 1 min read आगाज़ है धुआं सा कुछ यहां, चिरागों को जलाते हैं। बदल दे कर लकीरों को, कर खिलाफत जमाने से,, पकड़ ले बुलंदी की डोर हाथों में, पर कागजों के लगा के... Aagaz · Hindisahitya · Poetviveksaswat · Viveksaswat · Viveksaswatshukla 22 Share Vivek saswat Shukla 30 Oct 2024 · 1 min read करना क्या था, मैं क्या कर रहा हूं! करना क्या था, मैं क्या कर रहा हूं! रेशे वक्त के पिरोकर, जिंदगी बुन रहा हूं!! पहले मंजिल तो एक ही थी, दोनों की! वो कहां जा रहा है, मैं... Hindi · Gazal ग़ज़ल · Shero Shayar · Viveksaswat · Viveksaswatsher · Viveksaswatshukla 36 Share Vivek saswat Shukla 21 Sep 2024 · 1 min read "अबला" नारी पढ़ाई करो, करो सिलाई बुनाई भी, खुद को बचाने को मगर, थोड़ी तैयारी भी कर लो। होगी नहीं रक्षा तुम्हारे सम्मान की, इंस्टा की रील से, चूड़ियां उतारो अपनी, और... Hindi · Abla Nari · Poetviveksaswat · Top Hindi Poetry · Vivek Saswat Kavita · Viveksaswatshukla 91 Share