Posts Tag: Kavita 96 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dushyant Kumar Patel 31 Oct 2025 · 1 min read #लौट चलें गाँव कब तक अजनबी चेहरों से टकराते रहें, हर रोज़ नए ख्वाबों के पीछे भागते रहें— इस शहर के मायावी जंगल की उलझनों में। चलो, अपने गाँव लौट चलें l अमराई... Hindi · Best Hindi Kavita · Kavita 30 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 6 Oct 2025 · 2 min read गिरकर संभलना शर्म किस बात की है इसमें अगर गिर भी जाओ कभी मंज़िल की राह में उनसे तो बेहतर है, जो अपनी ज़िंदगी गुज़ार देते हैं बस मंज़िल की चाह में।... Hindi · Gazal · Hindi · Hindi Kavita · Kavita · Poetry 5 1 607 Share VivekShekharGaur 4 Oct 2025 · 1 min read परिंदे की टीस 'परिंदे की टीस' जरूरी क्यों है? जो परिंदा हूं! तो भरनी है उड़ान ऊंची दब गया हूं तले, तेरी उम्मीदों के, कि पंख बन गए हैं बोझ सुकून से दो... Hindi · Dard Shayari · Kavita · Sad Poem · Sad Shayari · कविता 80 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 20 Aug 2025 · 1 min read बुज़ुर्गों का सम्मान पैर नहीं छुए जाते बड़ों के, उनसे दो बातें ही कर ले, दर्द देने से अच्छा है, किसी के लिए दुआ कर ले। कहाँ रह गया अब वो सलीका, जहाँ... Hindi · Hindi Poetry · Kavita · Poetry · Sahitya · Sahitya Aajtak 5 1 665 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 19 Aug 2025 · 1 min read भारत माता को नमन भारत माता को बेड़ियों से मुक्त कराने वाले जांबाज़ों को नमन, आई है बेला उन जांबाज़ों को याद करने की, जिन्होंने रौशन किया है ये चमन। परतंत्रता के अंधियारे में... Hindi · Hindi · Hindi Poetry · Kavita · Kavya · कविता 4 1 709 Share सुरेन्द्र शर्मा 'शिव' 17 Aug 2025 · 1 min read तेरा साथ हो जीवन में माना… दर्द बहुत है जीवन में… मगर, जब तू साथ हो… तो सच कहूं… मज़ा बहुत है जीवन में। तेरी एक मुस्कान… दिन को रोशन कर देती है, वरना… काली... Hindi · Hindi Kavita · Kavita · Poetry · Viralpoetry 6 1 895 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 5 Aug 2025 · 1 min read राना लिधौरी'के दोहे बिषय--चतुर *हिंदी दोहा- चतुर* गली-गली में घूमते #राना चतुर सुजान। तीन अठन्नी माँगते ,रुपया एक प्रदान।। चतुराई उनकी चले,जिनको रहता ज्ञान। मूर्ख चतुर खो बैठता,रखा हुआ सामान।। चतुर चला ठगने जगत,सबको... Hindi · Doha · Kavita · दोहा · दोहा कोश · राजीव नामदेव राना लिधौरी 1 141 Share Dushyant Kumar Patel 27 Jun 2025 · 1 min read # संगी संगवारी जिनगी मा का रस रहि जाही, ये हिरदे ह कइसे हरियाही? मिठ-मिठ मया के गोठ रे, कोन सुनही अउ सुनाही — बिन संगी संगवारी के। मयारू के खबर कोन लाही,... Chhattisgarhi · Kavita · छत्तीसगढ़ी कविता 102 Share Swadha Ravindra Utkarshita 22 Jun 2025 · 1 min read तुम बिन गीत कुंवारे मेरे तुम बिन गीत कुंवारे मेरे, तुम आओ तो मांग भरेंगे। सूख गए है अक्षर अक्षर तुम आओ तो कोपल फूटे शब्द शब्द में पीर भरी है भाव विकल हो कर... Hindi · Geet · Kavita · Swadha · Viral 1 1 116 Share Dushyant Kumar Patel 1 Jun 2025 · 1 min read तुझमें ही मेरी सारी दुनिया- उसके हर रंग, हर छाया- तुझमें ही समाए थे। अब सोचूं भी क्यों ? जब तू ही नहीं मिला- तो क्या पाया ? क्या खो दिया ?... Hindi · Hindi_poetry_हिंदी_कविता · Kavita · कविता 112 Share Page 1 Next