Posts Tag: हिंदी साहित्य परंपरा 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vivek saswat Shukla 1 Feb 2024 · 1 min read गांव की झोपड़ी है नमन तुम्हें यै पवित्र मिट्टी, मन से लिपटी तन से लिपटी,, नमन तुम्हें ये पवित्र मिट्टी। लहक रहे सरसों के फूल, महक रही है उड़ती धूल। महक रहे वाटिका... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कवि विवेक शाश्वत · गांव की याद · विवेक शाश्वत · हिंदी साहित्य परंपरा 284 Share Vivek saswat Shukla 1 Feb 2024 · 1 min read मजदूर नयनों से अश्रु बहते हैं, दिल में तूफान मचलता है,, हाथ बड़े मजबूत हमारे, लेकिन दिल बहुत पिघलता है। हम महलों के सुल्तान नहीं, झोपड़ी के अपने राजा हैं,, गौर... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · मजदूर · विवेक शाश्वत · हिंदी साहित्य परंपरा · हिंदी है हम 393 Share Vivek saswat Shukla 1 Feb 2024 · 1 min read जीवन (एक पथ) संघर्षों के बड़े शिखर हैं, पथ पर मेरे अड़े खड़े हैं,, चलना मुश्किल अब राहों पर, पैरों में कांटे गड़े पड़े हैं। कर्तव्य पथ से जो मुंह फेर, वे कायर... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · विवेक शाश्वत · हिंदी साहित्य परंपरा · हिंदी है हम 336 Share Kavita Chouhan 2 Dec 2023 · 1 min read *****नियति***** जीवन रंगमंच एक पहेली नियति चलती संग सहेली सुप्त आस ही प्रतिक्षण चली साँझ की बेला बरबस ढली। हिय में कहीं साज न सजा रंग ये विरस,अनाम सा बना कहीं... Hindi · कविता · चौपाई · हिंदी साहित्य परंपरा 1 546 Share साहित्य गौरव 29 Nov 2023 · 1 min read तहजीब राखिए ! लफ्जों में अदब, बज़्म में तहज़ीब रखिए, मेहनत की आदत, और हाथों में नसीब रखिए। माना जमाना शराफत का नही है लेकिन, सूरत को नहीं अपनी सीरत को शरीफ रखिए।... हिंदी साहित्य परंपरा 3 881 Share सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज ' 15 May 2023 · 4 min read चिंतन और अनुप्रिया दिन की शुरुआत में चिन्तन जहां बेहद खुश था वही शाम होते होते एक अजीब सी बैचेनी उसके मन पर हावी हो रही थी हो भी क्यो ना वो पहली... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी · साहित्य कथा · हिंदी साहित्य परंपरा 1 716 Share *प्रणय प्रभात* 22 Mar 2023 · 4 min read ■ #यादों_का_आईना #यादों_का_आईना ■ बारिश की फुहारें और आल्हा की तानें 【प्रणय प्रभात】 "खटपट-खटपट तेगा बाजे, चल रही छपक-छपक तलवार।" "सौलह मन का सेल सनीचर एक हाथ में लिया उठाय।" "मरे के... Hindi · Heart उसकी यादें · अतीत · संस्मरण · हिंदी साहित्य परंपरा 1 775 Share *प्रणय प्रभात* 2 Feb 2023 · 4 min read ■ व्यंग्य / मूर्धन्य बनाम मूढ़धन्य...? ■ शर्म जिनको कभी नहीं आती! ★ पता न ज़ेर का न जबर का 【प्रणय प्रभात】 आपने अक़्सर ऐसे तमाम नाम पढ़े होंगे, जिनके नीचे बड़े-बड़े विशेषण लिखे होते हैं।... Hindi · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदी साहित्य परंपरा 1 684 Share *प्रणय प्रभात* 31 Jan 2023 · 2 min read ✍🏻 ■ रसमय दोहे...【रस परिभाषा】 ✍🏻 ■ रसमय दोहे... 【प्रणय प्रभात】 ✍🏻 *श्रृंगार रस* "मिलन-विरह दो पक्ष जो करता है साकार। नव-रस का सिरमौर रस कहलाता श्रृंगार।।" ✍🏻 *वीर रस* "रग-रग में भर दामिनी जो... Hindi · दोहा · नवाचार · परिभाषा · हिंदी साहित्य परंपरा 1 838 Share *प्रणय प्रभात* 24 Jan 2023 · 1 min read ■ नई परिभाषा / "लोकतंत्र" ■ प्रयोग-धर्म.. .! ★ पढ़ना ही नहीं, गढ़ना भी 【प्रणय प्रभात】 मैं परिभाषाएं पढ़ता ही नहीं, गढ़ता भी हूँ साहब! जब भी कुछ सूझ जाए तब। जिस पर भी मन... Hindi · राजनीति · लोकतंत्र · विचार · हिंदी साहित्य परंपरा 1 503 Share Page 1 Next