Posts Tag: हास्य व्यंग रचना 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Kishan Karigar 1 Sep 2025 · 6 min read बाबा भक्त हास्य कटाक्ष बाबा भक्त हास्य कटाक्ष भक्त- हो बाबा भूइकंप घरी कतअ छेलह ग? बलू कते तकलिअ जे बाबा बंचले हइ आ की सोहा? बाबा- हौ भागेसरक पुरूस्कारी जोगार मे जूरी लग... Maithili · हास्य व्यंग रचना 112 Share Dr. Kishan Karigar 22 Nov 2024 · 4 min read भोंट हमरे टा देब (हास्य कथा) भींसरे भींसरे भोगींदर भैया हमरा कान मे भनभनाइत बजलै जे यौ किशन भाई एकटा गप कहू? त हम्मे हुनका किचकिचाबे लै बोललियौ जे अहाँ बोलू की चुप रहू? हम्मे त... Maithili · हास्य व्यंग रचना 321 Share Ram Krishan Rastogi 14 Oct 2023 · 1 min read पति पत्नी पर हास्य व्यंग जब से तुम मायके गई हो,मन लगता नही। शाम सूनी सी लगती है रात तो कटती नहीं।। डाक्टर फोन पर पूछते है अब आते क्यो नही। शुगर व बी पी... Hindi · हास्य व्यंग रचना 5 5 1k Share बदनाम बनारसी 11 Jun 2023 · 1 min read पति की व्यथा (हास्य व्यंग) दिन भर हमसे काम कराए, घर का झाड़ू पोछा, उसके बाद किचन में बनवाए इडली डोसा, जब भी मैं मोबाइल देखूं मारे हमको हूसा, बोलती है तुम अब रहे ना... Poetry Writing Challenge · कविता · पति पत्नी · हास्य कविता · हास्य व्यंग रचना 381 Share Ram Krishan Rastogi 21 Apr 2023 · 1 min read शादी शुदा कुंवारा (हास्य व्यंग) आदमी कितनी भी शादी कर ले, थोड़ा बहुत कुंवारा रह जाता है। बच्चे जितने भी हो जाए उसके, थोड़ा बहुत बचपना रह जाता है।। शादी शुदा कुंवारा बड़ा मिलनसार होता,... Hindi · हास्य व्यंग रचना 1 1 1k Share Ram Krishan Rastogi 5 Oct 2022 · 1 min read रावण के मन की व्यथा अबकी बार दशहरे पर, रावण अदालत पहुंच गया, जज साहब से वह बोला, माई लॉर्ड,मेरे साथ भी तो, कुछ तो अब न्याय करो, वर्षो से अन्याय सह रहा हूं, अब... Hindi · हास्य व्यंग रचना 5 5 722 Share Ram Krishan Rastogi 7 Sep 2022 · 1 min read विभिन्न पत्नियों के विभिन्न वार्तालाप अपने प्रिय पतियों के साथ पायलट की पत्नी बोली अपने पति से, ज्यादा हवा में मत उडो, मै तुम्हे तो ही उड़ा दूंगी ज्यादा तीन दो पांच मत करो तुम्हे तो मुंह से सीटी बजाकर... Hindi · हास्य व्यंग रचना 4 5 557 Share श्रीकृष्ण शुक्ल 31 Jul 2018 · 2 min read नमामि गंगे हर हर गंगे नमामि गंगे हर हर गंगे ============== नमामि गंगे सुनते सुनते इक दिन हमने भी ये सोचा गंगा को हम भी दे आएं पापों का सब लेखा जोखा स्वच्छ मिलेगी गंगा... Hindi · कविता · काव्य संग्रह 1 · हास्य व्यंग रचना 929 Share