हाथ से मानव मल उठाने जैसे घृणित कार्यो को छोड़ने की अपील करती हुई कविता छोड़ दो।
छोड़ दो आधुनिकता के दौर में नित नई-नई खोज हो रही है। कभी मंगल तो कभी चाँद पर बसने की टोह हो रही है। ये सब देखते हुए भी तुम...
Hindi · Dr. Narendra Valmiki · कविता · डॉ. नरेन्द्र वाल्मीकि · सफाई कर्मचारी