ये दूरियां सिर्फ मैंने कहाँ बनायी थी //
मुहब्बतों की दुनिया, बिना तेरे कहाँ बसायी थी , मैंने बिना तेरे जिंदगी कहाँ बितायी थी ,// तेरी हमकदम,हमसाया,हमराह ही बनी रही,मुद्दतो मैंने अपनी कोई पहचान कहाँ बनायी थी //...
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